संजय सिंह की गिरफ़्तारी पर अरविंद केजरीवाल और मोदी सरकार ने क्या कहा?
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Sachin Meena
4 अक्टूबर की सुबह Enforcement Directorate यानी ED की एक टीम राज्यसभा सांसद संजय सिंह के घर पहुंची. छापा मारा गया, पूछताछ हुई और फिर अरेस्ट कर लिया गया.इस मामले में आप कार्यकर्ताओं ने प्रोटेस्ट करना शुरू कर दिया है.
दिल्ली और लखनऊ से ऐसे प्रोटेस्ट की तस्वीरें सामने आ रही हैं. और भाजपा ने दिल्ली में पोस्टर लगाकर सीएम अरविन्द केजरीवाल का इस्तीफा मांगना शुरू कर दिया है. संजय सिंह के अरेस्ट के बाद भाजपा भी हमलावर पज़िशन में है.
अब जानते हैं कि संजय सिंह के अरेस्ट का मामला क्या है? मामला वही है – दिल्ली कथित शराब घोटाला. ये वही मामला है, जिसमें AAP के मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन इस समय जेल में है.
अब इस मामले को थोड़ा विस्तार से समझते हैं. सबसे पहले एक नाम सुन लीजिए – दिनेश अरोड़ा. ये दिल्ली शराब केस के मुख्य आरोपी हैं और रेस्तरां व्यापारी हैं. दिल्ली शराब केस में ED ने मई के महीने में सप्लीमेंट्री प्रोसीक्यूशन कंप्लेन दायर की थी. ये एक शिकायती पत्र होता है, जिसको चार्जशीट के बराबर माना जाता है. इस शिकायत में ED ने संजय सिंह का नाम लिया था और कहा था कि दिनेश अरोड़ा ने सबसे पहले संजय सिंह से ही मुलाकात की थी. और संजय सिंह ने ही दिनेश अरोड़ा की मुलाकात मनीष सिसोदिया से कराई थी. इसको लेकर संजय सिंह ने ED को एक कानूनी नोटिस भेजा था, जिस पर ED ने जवाब दिया कि संजय सिंह का नाम “अनजाने में” चला गया.
लेकिन जिस मई के महीने में ED और संजय सिंह के बीच ये बातचीत हो रही थी, उसी महीने में ED ने संजय सिंह के दो सहयोगियों अजीत त्यागी और सर्वेश मिश्रा के घर पर भी छापा भी मारा था. इसके अलावा मनीष सिसोदिया के खिलाफ दायर की गई ED की चार्जशीट में सिंह का नाम आता है. ED की चार्जशीट के मुताबिक, दिनेश अरोड़ा ने संजय सिंह के कहने पर दिल्ली चुनाव के लिए पार्टी फंड इकट्ठा करने का काम किया था. इसके लिए संजय सिंह ने कथित तौर पर दिनेश अरोड़ा को फोन किया और कहा था-
“चुनाव आने वाले हैं, और पार्टी को पैसे के जरूरत हैं. कुछ रेस्तरां वालों से संपर्क करिए.”
आरोप हैं कि अरोड़ा ने कई रेस्तरां मालिकों से बात की थी. उनके संपर्क से पैसा इकट्ठा किया था. 82 लाख रुपये का एक चेक भी सिसोदिया को सौंपा. ED ने ये भी आरोप लगाया है कि संजय सिंह ने दिनेश अरोड़ा का आबकारी विभाग से जुड़ा एक मुद्दा भी सुलझाया था.
बहरहाल, 82 लाख का चेक सौंपने के बाद दिनेश अरोड़ा और सिसोदिया करीब आ गए- ऐसे आरोप ED ने लगाए. इसके बाद दिनेश ने संजय सिंह की मुलाकात और कुछ व्यवसायियों से कराई, जिसमें प्रमुखता से अमित अरोड़ा नाम के व्यक्ति कानाम लिया जा रहा है.
फिर एक मीटिंग हुई मनीष सिसोदिया के आवास पर. इसमें थे मनीष सिसोदिया, दिनेश अरोड़ा, अमित अरोड़ा और संजय सिंह. इस मीटिंग में सिसोदिया ने कथित तौर पर कहा कि वो दिल्ली की शराब पॉलिसी में बदलाव करेंगे. इसके एवज में संजय सिंह के करीबी विवेक त्यागी को अमित अरोड़ा के बिजनेस में हिस्सेदारी मिलती.
आपको पता ही होगा कि दिल्ली शराब पॉलिसी मामले में दो केस चल रहे हैं. एक केस CBI ने दर्ज किया है और एक केस ED ने. दिनेश को साल 2022 में सबसे पहले CBI ने अरेस्ट किया. दिनेश ने कोर्ट में कहा कि वो इस मामले में सरकारी गवाह बनना चाहते हैं. राऊस एवेन्यू कोर्ट ने ये बात स्वीकार कर ली. बाहर आ गए.फिर जुलाई 2023 में दिनेश को ED ने अरेस्ट कर लिया. और संजय सिंह पर छापा पड़ने के ठीक एक दिन पहले यानी 3 अक्टूबर को दिनेश अरोड़ा ED केस में भी सरकारी गवाह बन गए थे. दिनेश अरोड़ा के सरकारी गवाह बनने के ठीक अगले दिन संजय सिंह के यहां ED का छापा पड़ गया और वो अरेस्ट हो गए. आम आदमी पार्टी से जुड़े कुछ लोग दबी जुबान में दिनेश अरोड़ा के सरकारी गवाह बनने और अगले दिन संजय सिंह के यहां छापा पड़ने की टाइमिंग पर सवाल उठा रहे हैं.