करवा चौथ के लिए ये जरूरी नियम आपको पता होना चाहिए, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और चांद निकलने का समय
Sachin Meena
बहुत जल्द ही सुहागिनों का इंतजार खत्म होने वाला है,क्योंकि करवा चौथ व्रत सुहागिनों को पूरे साल बड़ी ही बेसब्री से इंतजार होता है. करवा चौथ व्रत सुहागिनों के लिए बहुत खास होता है.
करवा चौथ पूजा और शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य के अनुसार चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर को रात 09:30पर प्रारंभ होगी और 01 नवंबर को रात 09:19 मिनट पर समाप्त होगी. उदया तिथि मान्य अनुसार करवा चौथ व्रत 01 नवंबर को रखा जाएगा. करवा चौथ पूजा मुहूर्त 01 नवंबर को शाम को सूरज ढलने के बाद से प्रारंभ होगा एवं शाम चाँद निकलने से पहले 8:00तक रहेगा. पूजा करने का सबसे उचित समय संध्या कासमय होता है जो की सूर्यास्त के बाद शुरू होता है. करवा चौथ व्रत का समय सुबह 06:30से शाम 08:10तक है. करवा चौथ के दिन चंद्रोदय रात 08:10पर होगा.
यहां जानिए करवा चौथ व्रत का सही विधान
सुबह सूर्य उदय से पहले स्नान करें, इसके बाद घर मैं मंदिर की साफ- सफाई कर दीपक जलाएं. इसके साथ ही देवी- देवताओं की पूजा-अर्चना करें. फिर निर्जला व्रत का आप संकल्प लें. इस पावन दिन शिव परिवार की पूजा- अर्चना की जाती है. आप सबसे पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा करें. किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. माता पार्वती, भगवान शिव और भगवान कार्तिकेय की पूजा करें. करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है. चंद्र दर्शन के बाद पति को छलनी से देखें. इसके बाद पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तोड़ा जाता है.