चीन का सरकारी मिडिया ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक 2024 के चुनाव में मोदी की जीत का जादुई आंकड़ा क्या है?जाने
News online SM
Sachin Meena
Lok Sabha Election 2024: भारत में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। भारत के इस चुनाव पर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की नजर है। भारत के लोकसभा चुनाव पर चीन की भी नजर है।
इस बार वह एक नंबर लेकर आये हैं। जैसे हमारे देश में सभी नेता अपने-अपने तरीके से एनडीए की सीटें बता रहे हैं। इसी तरह का एक नंबर बीजिंग से भी आया है। चीन का सरकारी मिडिया ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक 2024 के चुनाव में मोदी की जीत का जादुई आंकड़ा क्या है?
क्या है चीन का जादुई आंकड़ा ?
अखबार ने लिखा कि मोदी चुनाव में स्विंग वोटर्स को लुभाकर 430 सीटें जीतने के लिए चीन और भारत के बीच संबंधों को आसान बनाने की कोशिश कर सकते हैं। स्विंग वोटर्स का मतलब वो वोटर्स हैं जो आखिरी वक्त पर ये तय करते हैं कि किसे वोट देना है। यह पहली बार है जब चीन के किसी सरकारी अखबार ने सीधे तौर पर पीएम मोदी की सीटों का आंकड़ा लिखा है। यहां तक कि पीएम मोदी ने भी अपने लिए उतनी सीटें जीतने का लक्ष्य नहीं रखा है, जितनी चीन ने मोदी के लिए तय किया है। मोदी कह रहे हैं 400 के पार…और चीन कह रहा है 430 के पार। क्या ऐसा संभव है कि चीन को लग रहा है कि मोदी इस बार 430 सीटें जीतेंगे?
चीनी सरकार का बदला रंग
चीन सरकार पिछले कुछ समय से लगातार रंग बदल रही है। बीजिंग ने भारत में चुनाव से एक महीने पहले मार्च में ही इस बारे में लिखना शुरू कर दिया था, जब ग्लोबल टाइम्स ने लिखा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरा कार्यकाल चाह रहे हैं। भारत में होने वाले इस चुनाव पर चीनी मीडिया काफी ध्यान दे रही है, क्योंकि भारत चीन का पड़ोसी देश है और दोनों देशों के बीच अक्सर सीमा विवाद होते रहते हैं। पिछले कुछ सालों में भारत सरकार ने चीनी कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है, जिससे चीन के लोगों में नाराजगी है।
भारत के चुनाव पर कड़ी नजर क्यों रख रहा है चीन
अब सवाल ये है कि चीन सरकार भारत के चुनावों पर इतनी कड़ी नजर क्यों रख रही है। दरअसल, मोदी सरकार के नेतृत्व में बदलता भारत चीन को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। डोकलाम से लेकर गलवान तक जिस तरह से भारत ने पिछले कुछ सालों में चीन का घमंड चूर किया है। इससे बीजिंग को डर है कि अगर दोबारा मोदी सरकार आई तो सीमा से लेकर लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था तक चीन के लिए चुनौतियां और बढ़ सकती हैं।यही वजह है कि जिनपिंग भारत के चुनावों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।