पैरामिलिट्री फोर्सेज के साथ-साथ ड्रोन, कड़ी सुरक्षा के बीच होगा दिल्ली मे मतदान
News Online SM
Sachin Meena
Loksabha Election Delhi: राजधानी के निवासियों की तादाद अब एक करोड़ 52 लाख तक पहुंच चुकी है, जो आने वाले शनिवार को होने वाले चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
तेज गर्मी के बावजूद, लोगों की दिल्ली की सात सीटों के लिए चुनावी संघर्ष में भागीदारी को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है।
चुनाव आयोग ने इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए अपनी तैयारियों को मजबूत किया है। दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज भी चुनावी सुरक्षा को लेकर अपनी तैयारियों में जुटे हैं। इसके अलावा, निचले स्तर के कर्मचारियों को विस्तृत जानकारी और तैयारी के लिए ब्रीफ किया जा रहा है, ताकि कोई भी चूक या कमी न हो।
Loksabha Election Delhi: संवेदनशील बूथों के लिए होगी कड़ी सुरक्षा
दिल्ली में आने वाले चुनाव के दिन सुरक्षा के मामले पर कड़े इंतजाम किए जा रहे है। यहां कुल 2628 पोलिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं, जिनमें 429 संवेदनशील माने गए हैं। साथ ही, कुल 13627 पोलिंग बूथ भी तैयार किए गए हैं, जिनमें 2890 को संवेदनशील घोषित किया गया है।
यह लिस्ट दिल्ली पुलिस द्वारा प्रस्तुत की गई है, ताकि इन संवेदनशील स्टेशनों और बूथों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पैरामिलिट्री फोर्स उपलब्ध हो सके। अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील पोलिंग स्टेशनों के बाहर पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की अधिक तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही, हर संवेदनशील बूथ पर सीएपीएफ का आधा सेक्शन और अति संवेदनशील बूथ पर पूरा सेक्शन तैनात किया जाएगा।
चुनाव आयोग ने दिए ये निर्देश
चुनाव आयोग ने पुलिस को निर्देश दिया है कि वे हर पोलिंग स्टेशन के संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करें। पिछले चुनावों के अनुभव के आधार पर, जहां 90 फीसदी से अधिक वोट दिए गए हों या 70 फीसदी एक ही उम्मीदवार के पक्ष में गए हों, उन स्थानों को भी संवेदनशील कैटिगरी में रखा जाएगा। इसके अलावा, पिछले पांच वर्षों में 10 फीसदी से कम वोटिंग, दोबारा मतदान, बूथ कैप्चरिंग, हिंसा या किसी मुकदमे की प्रक्रिया में शामिल होने वाले स्थानों को भी संवेदनशील माना जाएगा।
Loksabha Election Delhi: ड्रोन का होगा उपयोग
आने वाले चुनाव के दिन नजर रखने के लिए पुलिस अधिकारी ड्रोन का उपयोग करेंगे। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस के 33 हजार जवान और 19,000 होमगार्ड्स तैनात किए गए हैं। क्रिटिकल पोलिंग स्टेशन की लिस्ट सीएपीएफ के कमांडेंट या असिस्टेंट कमांडेंट के पास भी रहेगी। चुनाव आयोग द्वारा 6,833 पोलिंग स्टेशनों की वेबकास्टिंग और लाइव स्ट्रीमिंग का भी आयोजन किया जाएगा। जिला डिप्टी कमिश्नरों ने अपने कर्मचारियों को चुनाव से जुड़ी तैयारियों के लिए ब्रीफ किया है।