कल तक आप नेता कर रहे थे चुनाव का स्वागत और आज कोर्ट जाकर अपने ही बयान से पलट रहे हैं : सरदार राजा इकबाल सिंह
न्यूज ऑनलाइन एसएम
सचिन मीणा
नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने आम आदमी पार्टी पर दिल्ली का विकास रोकने के लिए स्थायी समिति का गठन न होने के लिए अलग-अलग चुनावी हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया है। पहले स्थायी समिति के भाजपा के तीन सदस्यों के जीतने के मुद्दे पर आप हाईकोर्ट गई तो वहां से भी उसे मुंह की खानी पड़ी।
इसके बाद उपराज्यपाल द्वारा नियुक्त एल्डरमैन को सुप्रीम कोर्ट तक में चुनौती दी तब भी सुप्रीम कोर्ट ने उपराज्यपाल के निर्णय को सही ठहराया। जब-जब सारे रास्ते बंद हो गए महापौर को मजबूरन वार्ड कमेटियों और स्थायी समिति के चुनाव कराने के आदेश देने पड़े। अब जब निगम सचिव ने वार्ड कमेटियों के चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है तो अब आप नेता अपने पार्षदों को मोहरा बनाकर चुनाव टलवाने की कोशिश कर रहे हैं।
*18 माह तक आप ने स्थायी समिति का नही होने दिया गठन*
आम आदमी पार्टी का दिल्ली के विकास से कोई मतलब नहीं है। इसलिए दिल्ली के विकास कार्यों को रोकने के लिए 18 माह तक आप ने स्थायी समिति का गठन तक नहीं होने दिया। इतना ही नहीं दिल्ली की सफाई व्य़वस्था को भी ध्वस्त कर दिया। अब जब वार्ड़ कमेटियों के चुनावों के नामांकन होने हैं तो आप पार्षद बीमारी का नाटक कर रहे हैं।
*भाजपा एमसीडी के सभी 12 जोन में अपने प्रत्याशी उतारेगी*
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा निगमायुक्त द्वारा तय की गई वार्ड कमेटियों के चुनाव की तारीखों का स्वागत करती है। साथ ही निगमायुक्त के इस कदम की सरहाना करती है कि उन्होंने त्वरित रूप से वार्ड कमेटियों के चुनावों की तारीख दी जबकि यह मामला डेढ़ साल से लंबित आम आदमी पार्टी की वजह से था। सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि भाजपा शुक्रवार को अपने प्रत्याशियों का नामांकन कराएगी। भाजपा सभी 12 जोन में अपने प्रत्याशी उतारेगी और जीत दर्ज करेगी।
नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली नगर निगम में वार्ड कमेटियों का गठन न होने से दिल्ली का विकास और निगम की सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही है। आप के संरक्षण में वार्ड स्तर पर भ्रष्टाचार बढ़ गया है। ऐसे में आप पार्टी वार्ड कमेटियों और स्थायी समिति का गठन न करके भ्रष्टाचार को जारी रखना चाहती है। जबकि निगम पार्षदों में बार-बार वार्ड कमेटियों और स्थायी समितिय़ों के चुनाव न होने को लेकर रोष हैं। जिसको निगम सदन में हमने देखा कि कैसे आप के पार्षद अपने विधायक और महापौर के खिलाफ मुखर हो रहे थे।