Delhi Blast Khalistani Link: दिल्ली के रोहिणी में विस्फोट के पीछे खालिस्तानी कनेक्शन? जांच में पुलिस

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Sachin Meena

दिल्ली के रोहिणी इलाके में रविवार (21 अक्टूबर) की सुबह हुए आईईडी विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैं। सीआरपीएफ स्कूल की दीवार के पास हुए इस विस्फोट में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।

दिल्ली पुलिस और कई अन्य एजेंसियां इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने और अपराधियों को पकड़ने में जुटी हुई हैं।

पुलिस का ध्यान अब इस विस्फोट के खालिस्तानी लिंक की ओर जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक पोस्ट से इस घटना में खालिस्तानी कनेक्शन होने की संभावना जताई जा रही है। इस पोस्ट में दावा किया गया है कि यह धमाका खालिस्तान समर्थक अलगाववादियों को निशाना बनाए जाने के प्रतिशोध में किया गया था।

सोशल मीडिया पोस्ट और खालिस्तानी संदेश

विस्फोट के कुछ घंटे बाद, सोशल मीडिया पर “जस्टिस लीग इंडिया” नामक एक संगठन के टेलीग्राम पोस्ट का स्क्रीनशॉट वायरल हुआ। इस पोस्ट में विस्फोट की एक क्लिप के साथ “खालिस्तान जिंदाबाद” का नारा और वॉटरमार्क दिखाई दिया। संगठन ने भारतीय एजेंसियों पर अपने सदस्यों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह विस्फोट उनका जवाब है।

पोस्ट में कहा गया, “अगर भारतीय एजेंसियां सोचती हैं कि वे हमारी आवाज दबा सकते हैं, तो वे मूर्ख हैं। हम किसी भी समय हमला करने में सक्षम हैं।” यह संदेश सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा संकेत है, जो अब इस बात की जांच कर रही हैं कि कहीं यह धमाका किसी गहरी साजिश का हिस्सा तो नहीं है।

आईईडी विस्फोट की जानकारी

रिपोर्ट्स के अनुसार, विस्फोट में इस्तेमाल किया गया बम एक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) था, जिसे संभवतः रिमोट या टाइमर से संचालित किया गया था। बम में घातक छर्रे नहीं थे, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इसका उद्देश्य सिर्फ नुकसान पहुंचाना नहीं था, बल्कि एक संदेश देना था। विस्फोट सुबह 7:35 से 7:40 बजे के बीच हुआ, जिससे आसपास की दुकानों और कारों को हल्का नुकसान हुआ।

सुरक्षा और जांच में जुटी NIA

विस्फोट के बाद दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की टीमों ने इलाके को घेर लिया और जांच शुरू कर दी। घटना स्थल से नमूने एकत्र किए गए हैं, और विशेषज्ञ बम के पीछे के तंत्र की गहराई से जांच कर रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अपराधियों ने जानबूझकर एक ऐसा स्थान चुना, जहां लोगों को नुकसान न हो, बल्कि उनका मुख्य उद्देश्य एक चेतावनी देना था।

बम धमकियों के बीच धमाका

दिल्ली में हुआ यह विस्फोट ऐसे समय में हुआ है, जब देश के कई हिस्सों में पिछले हफ्ते बम धमकियों की खबरें आई थीं। हालांकि, वे सभी झूठी साबित हुईं। इस विस्फोट ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है, खासकर जब त्योहारों का मौसम चल रहा है और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ बढ़ रही है।

दिल्ली के रोहिणी में हुए इस विस्फोट ने खालिस्तानी लिंक की ओर संकेत दिए हैं, और सुरक्षा एजेंसियां इस कोण से जांच कर रही हैं। सोशल मीडिया पर फैली पोस्ट और संदेशों ने इस आशंका को और मजबूत किया है कि यह विस्फोट एक साजिश का हिस्सा हो सकता है। फिलहाल, एजेंसियां स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और राजधानी में सुरक्षा को और भी मजबूत किया गया है।

आइए FAQ में जानें कुछ अहम सवालों के जवाब…

क्या दिल्ली विस्फोट में खालिस्तानी कनेक्शन है?

विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए पोस्ट से खालिस्तानी लिंक की संभावना जताई जा रही है। पुलिस इस कोण से जांच कर रही है।

विस्फोट में क्या कोई हताहत हुआ?

नहीं, विस्फोट में कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि, कुछ दुकानों और कारों को हल्का नुकसान हुआ है।

विस्फोट के बाद सुरक्षा एजेंसियां क्या कदम उठा रही हैं?

विस्फोट के बाद एनआईए, एनएसजी, सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा बढ़ा दी गई है और घटनास्थल से नमूने इकट्ठा किए जा रहे हैं।

रोहिणी ब्लास्ट की जांच कौन कर रहा है?

रोहिणी ब्लास्ट की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और बम निरोधक दस्ते द्वारा की जा रही है।

दिल्ली में त्योहारों के दौरान सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

त्योहारों के दौरान दिल्ली में अर्धसैनिक बलों की तैनाती बढ़ाई जाएगी और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों की संख्या में भी इजाफा किया जाएगा।

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