देश की एकता और अखंडता के लिए लड़े थे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी : अनिल गुप्ता
न्यूज ऑनलाइन एसएम
सचिन मीणा
नई दिल्ली। जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी अपने जीवन की आखिरी सांस तक देश की एकता और अखंडता के लिए लड़े जब देश का धर्म के आधार पर बंटवारा हो रहा था तो वह इकलौते ऐसे नेता थे जिन्होंने पश्चिम बंगाल को हिंदू बाहुल्य होने के नाते भारत में शामिल करने के लिए आवाज उठाई तो एक देश में दो विधान दो निशान दो प्रधान नहीं चलेगा का नारा देकर कश्मीर को भारत में पूरी तरह से विलय करने के लिए अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया और पूरे देश को कश्मीर से धारा 370 समाप्त करने के लिए प्रेरणा के स्रोत बन गए ये वक्तवय
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर अनिल गुप्ता ने उत्तर पूर्वी जिले द्वारा आयोजित एक विचार गोष्ठी में कहे। वही कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष पूनम चौहान, महामंत्री गुलाब सिंह राठौड़, उपाध्यक्ष विनोद जायस, भाजपा नेता आनंद त्रिवेदी सहित सभी मंडल अध्यक्ष, निगम पार्षद और जिला पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
इसके साथ ही अनिल गुप्ता ने कहा कि जो सपना डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देखा था और अखंड भारत की कल्पना के लिए बलिदान दिया था उसे साकार किया वर्तमान की मोदी सरकार ने यह देश के करोड़ों कार्यकर्ताओं के लिए गौरव और संपूर्ण राष्ट्र के लिए स्वाभिमान की बात है धारा 370 हटाने के लिए आंदोलन जी विचार से शुरू हुआ था इस विचार परिवार की सरकार बनी तो कश्मीर से यह धारा हटाकर अखंड भारत के रास्ते पर देश एक कदम आगे बढ़ा उन्होंने कहा कि सबसे कम उम्र में कोलकाता यूनिवर्सिटी के उप कुलपति बने डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी हम सब की प्रेरणा के स्रोत हैं और उनके कार्य हमारी गतिविधियों में समाहित है जो हमें राष्ट्रवाद के लिए प्रेरित करते हैं