सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एडवाइजरी

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Sachin Meena

प्राइवेट न्यूज चैनलों के लिए एक एडवाइजरी जारी की. जिसमें कहा गया है कि प्राकृतिक आपदाओं और बड़ी दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग करते समय दृश्यों पर तारीख और समय जरूर लिखे जाएं.

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि दुर्घटना या आपदा के कई दिनों बाद टेलीविजन चैनलों पर दिखाया गया फुटेज जरूरी नहीं कि वास्तविक समय की जमीनी स्थिति को दर्शाए.

 

मंत्रालय की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि टेलीविजन चैनल कई दिनों तक प्राकृतिक आपदाओं, बड़ी दुर्घटनाओं की निरंतर कवरेज करते हैं, लेकिन घटना के दिन से फुटेज दिखाते रहते हैं. मंत्रालय ने तर्क दिया कि दुर्घटना या आपदा के कई दिनों बाद टेलीविजन चैनलों द्वारा दिखाया गया फुटेज जरूरी नहीं कि वास्तविक समय की जमीनी स्थिति को दर्शाए, जिससे दर्शकों के बीच अनावश्यक भ्रम और संभावित घबराहट पैदा होती है.

 

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एडवाइजरी

 

दरअसल सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एडवाइजरी में कहा गया है कि टेलीविजन चैनल प्राकृतिक आपदाओं और बड़ी दुर्घटनाओं का कई दिनों तक लगातार कवरेज करते रहते हैं लेकिन वह घटना वाले दिन के फुटेज ही लगातार प्रसारित करते रहते हैं.

 

मंत्रालय ने तर्क दिया कि दुर्घटना या आपदा के कई दिनों बाद टेलीविजन चैनलों द्वारा दिखाए जाने वाले फुटेज वास्तविक समय की जमीनी स्थिति को नहीं दिखाते हैं, जिससे दर्शकों में भ्रम और घबराहट पैदा होती है.

 

नियमों का पालन सुनिश्चित करने पर जोर

 

एडवाइजरी में कहा गया कि दर्शकों के बीच किसी भी गलतफहमी से बचने के लिए, सभी प्राइवेट टीवी चैनलों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है कि प्राकृतिक आपदाओं या बड़ी दुर्घटनाओं के दृश्यों में फुटेज के शीर्ष पर डेट और टाइम प्रदर्शित किए जाने चाहिए.

 

मंत्रालय की एडवाइजरी में प्राइवेट न्यूज चैनलों को ऐसी घटनाओं का टेलीकास्ट करते समय नियमों का भी पालन सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया है. यह परामर्श केरल के वायनाड और हिमाचल प्रदेश में हुए भूस्खलन की व्यापक कवरेज के मद्देनजर जारी किया गया है, जिनमें हाल में कई लोगों की जान चली गई थी.

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