तिहाड़ में बैठकर सिसौदिया ने अरविंद केजरीवाल को अपने सभी पोर्टफोलियो आतिशी को सौंपने के लिए मजबूर किया है – वीरेंद्र सचदेवा
न्यूज ऑनलाइन एस एम. सचिन मीणा. नई दिल्ली
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि आज दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उनके पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया द्वारा राजनीतिक ब्लैकमेलिंग का एक ज्वलंत उदाहरण देखने को मिला है।
इस प्रक्रिया में सिसौदिया की धमकियों के तहत मुख्यमंत्री ने यह झूठ फैलाने की भी कोशिश की कि उपराज्यपाल पोर्टफोलियो फेरबदल की फाइल को रोक रहे हैं, जबकि उपराज्यपाल ने एक दिन के भीतर ही फाइल को मंजूरी दे दी थी।
श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि हर कोई जानता है कि पीडब्ल्यूडी के साथ वित्त और राजस्व दिल्ली सरकार के सबसे आकर्षक विभाग हैं और सिसोदिया के जेल जाने के बाद सीएम केजरीवाल ने वित्त और राजस्व को एक अन्य वरिष्ठ मंत्री कैलाश गहलोत को आवंटित कर दिया था।
वित्त एक ऐसा विभाग था जिसके माध्यम से मनीष सिसौदिया आम आदमी पार्टी के लिए धन संग्रह का प्रबंधन करते थे और अपने लिये भी लाभ लेते थे।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली के राजनीतिक हलकों में यह चर्चा का विषय है कि जब से सिसौदिया जेल गए हैं, तब से केजरीवाल सरकार में उनकी हिस्सेदारी कम होती जा रही है और जमानत मिलने की कोई संभावना नहीं है ऐसे में सिसौदिया ने धमकी दी कि अगर मुख्यमंत्री उनकी नहीं मानेंगे तो वह सरकारी गवाह बन जाएंगे। उन्होने मांग रखी की मेरे सभी आकर्षक विभाग मेरी राजनीतिक शिष्या सुश्री आतिशी को सौंप दें।
श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि हताश सीएम केजरीवाल के पास सिसौदिया के दबाव के आगे झुकने के अलावा कोई विकल्प नहीं था और मंत्रालय में गोपाल राय, कैलाश गहलोत और इमरान हुसैन जैसे वरिष्ठ मंत्रियों के बावजूद सीएम को सबसे कनिष्ठ मंत्री को प्रमुख विभाग सौंपने के लिए मजबूर होना पड़ा।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि हमने अक्सर तिहाड़ के गैंगस्टरों द्वारा जबरन वसूली के बारे में सुना है, लेकिन सुश्री आतिशी के लिए वित्त और राजस्व तिहाड़ जेल में बंद एक पूर्व मंत्री द्वारा की गई सबसे बड़ी राजनीतिक जबरन वसूली है।