सफाई कर्मियों के एक तारीख वेतन को लेकर और भाजपा में मचा संग्राम
न्यूज ऑनलाइन एसएम
सचिन मीणा
नई दिल्ली।
दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय मे सामूहिक रूप से महापौर डॉ शैली ओबरॉय, नेता सदन मुकेश गोयल और उपमहापौर आले मोहम्मद इकबाल ने सिविक सेंटर में एक प्रेसवार्ता की।
प्रेस वार्ता में मीडिया से रूबरू होते हुए महापौर ने कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनावों से पहले सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से दी गई एक और गारंटी ‘आम आदमी पार्टी’ की निगम सरकार ने पूरी कर दी है। निगम के इतिहास में पहली बार एक तारीख को सफाई कर्मियों को वेतन मिला है। उन्होंने बताया कि निगम के 30,500 नियमित और 16 हजार दैनिक वेतनभोगी सफाई कर्मियों को समय पर वेतन मिला है।निगम में भाजपा की सरकार 15 साल में जो काम नहीं कर पाई, वह आप की सरकार ने महज 6 माह कर पूरा कर दिया है।
आयोजित प्रेस वार्ता को लेकर दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की महापौर निगम कर्मियों के साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि प्रेस वार्ता में इस बात की घोषणा करती है कि निगम के सभी कर्मियों और अधिकारियों को महीने की पहली तारीख पर वेतन दिया जा रहा है तो ज्यादा खुशी होती।
आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए राजा इकबाल सिंह ने कहा कि जहां एक ओर ये दावा किया जा रहा है कि निगम ने पहली तिमाही में संपत्तिकर के रूप में 1113 करोड़ रूपये संपत्तिकर के रूप में वसूल किए हैं। फिर निगम कर्मियों को आखिरकार क्यों दो महीने से वेतन से वंचित रखा गया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी यह बताए यदि संपत्तिकर में बढ़ोतरी हो रही है तो कर्मियों को समय पर वेतन क्यों नहीं दिया जा रहा है।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि नगर निगम कर्मियों को वेतन देना महापौर एवं निगम प्रशासन का दायित्व है और केवल आप जैसी प्रचार आधारित पार्टी के नेता ही वेतन देने को भी अपनी उपलब्धि बता कर प्रेसवार्ताएं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि दुर्गेश पाठक एवं डॉ. शैली ओबरॉय जैसे आम आदमी पार्टी नेता कर्मियों को वेतन देने को उपलब्धि के रूप में दर्शाने की बजाये नगर निगम का संवैधानिक गठन पूर्ण करें, पार्षदों को फंड आवंटन करें ताकि क्षेत्रीय विकास कार्य प्रारम्भ हो सकें।