दिल्ली से सटे सभी छह जिलों में बाढ़ प्रभावितों के लिए कांग्रेस स्थापित करेगी और अधिक राहत शिविर : चौ0 अनिल कुमार
न्यूज ऑनलाइन एसएम
सचिन मीणा
नई दिल्ली ।
दिल्ली में बाढ़ के बिगड़ते स्वरुप के कारण दिल्लीवासियों को बड़े पैमाने पर राहत देने के लिए केन्द्रीय नेतृत्व ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कार्यालय में दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करके निर्णय लिया है कि बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुचाने में दिल्ली सरकार के फेल होने के पश्चात कांग्रेस पार्टी का यह कर्तव्य है कि वो राहत शिविरों में रह रहे लोगों की हर संभव मदद करें। उन्होंने बताया कि कांग्रेस यमुना तट से सटे क्षेत्रों में 6 जिला कांग्रेस कमेटियों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा राहत शिविर चलाए जा रहे है। सभी जिलों में चल रहे राहत शिविरों में वरिष्ठ नेताओं और कांग्रेस कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौंपी गई है जो सभी राहत शिविरों में रह रहे लोगों को सुबह की चाय, दोपहर का खाना और रात को पका हुआ पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराऐंगे।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कार्यालय में एआईसीसी के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अरविन्दर सिंह लवली, उत्तराखंड प्रभारी एवं पूर्व विधायक देवेन्द्र यादव, पूर्व सीएलपी लीडर हारुन यूसूफ, दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री डा0 नरेन्द्र नाथ, पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज भी शामिल रहे।
इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार में समन्वय की कमी और एक दूसरे के साथ विवाद का खामियाजा दिल्ली की जनता भुगत रही है। दिल्ली में बाढ़ के कारण हालात असंतोषजनक बने हुए है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बाढ़ आए 3-4 दिन बीतने के बावजूद जहां सरकार बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में नाकाम साबित हुई है, वहीं राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों को बुनियादी सुविधाओं और राहत सामग्री पहुचाने में पूरी से फेल रही है। उन्होंने कहा कि लोग अपने मवेशियों के साथ बाहर निकलना चाहते है परंतु सरकार संसाधन की कमी बताकर उन्हें बाहर नही निकाल रही है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि यमुना तट के समीप बने राहत शिविरों में बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए 6 जिलों के अतिरिक्त अन्य जिला कांग्रेस के कांग्रेस कार्यकर्ता को भी जिम्मेदारी सौंपी जा रही है, ताकि प्रभावितों को हर तरह से मदद पहुंचाई जा सके। उन्होंने कहा कि संकट के समय लोग कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार को याद कर रहे है, जो अपने कार्यकाल में बाढ़ आने से पहले ही लोगों के बचाव और जरुरत को पूरा कर देती थी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा पिछले 9 वर्षों में यमुना सफाई के नाम पर 6800 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार की भेट चढ़ा दिए है और बाढ़ एवं इरीगेशन विभाग यमुना सफाई करने में पूरी तरह से नाकाम रहा है। केजरीवाल ने यमुना सफाई और नालों की डिस्लिटिंग की खोखली घोषणा करके दिल्ली वालों को भ्रमित किया है।