यमुनापार की सभी कॉलोनियां और सोसाइटियां बनेंगी जीरो वेस्ट
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Sachin Meena
यमुनापार के इलाकों की सभी कॉलोनियों और सोसाइटियों को एक वर्ष में जीरो वेस्ट कॉलोनियों में बदलने की योजना बनाई है। शाहदरा उत्तरी व दक्षिणी जोन के लोग इन्हें दक्षिणी दिल्ली और अन्य साफ जगहों के तहत विकसित करने की मांग कर रहे हैं।
शाहदरा उत्तरी तथा दक्षिणी जोन में 500 से अधिक कॉलोनियां हैं। शाहदरा उत्तरी जोन के उपायुक्त संजीव मिश्रा ने बताया कि यहां अगले दो से तीन माह में कुल 20 कॉलोनियां जीरो वेस्ट में परिवर्तित हो जाएंगी। एक वर्ष के अंदर 100 से अधिक कॉलोनियों को जीरो वेस्ट में बदलने के लिए अभियान चलाया जाएगा। वहीं, शाहदरा दक्षिण जोन के उपायुक्त अंशुल सिरोही ने बताया कि अब तक यहां 113 कॉलोनियां जीरो वेस्ट बन चुकी हैं। तीन माह में 150 से अधिक कॉलोनियों को जीरो वेस्ट कॉलोनियों में बदला जाएगा। एक वर्ष में कुल 450 कॉलोनियां को जीरो वेस्ट कॉलोनियों में स्थापित करने की तैयारी है।
रिसाइकल पानी बागवानी में इस्तेमाल किया जाएगा
उपायुक्त ने कहा कि शाहदरा उत्तरी जोन के सभी पार्कों में अब रिसाइकल पानी के उपयोग से बागवानी के काम किए जाएंगे। इस जोन में सौ से अधिक पार्कों का रखरखाव और कायाकल्प इसी पानी से होगा।
मलबा और कचरा डालने पर जुर्माना लगेगा
शाहदरा दक्षिण जोन में अतिक्रमण पर कार्रवाई भी की जाएगी। एनजीटी के दिशा-निर्देशों के तहत अवैध कूड़ा और मलबा डालने पर 50 हजार रुपये तक जुर्माना लगाने का प्रावधान है। उल्लंघनकर्ताओं पर यह जुर्माना भी लगाया जाएगा। उधर, सभी सोसायटियों को जीरो वेस्ट कॉलोनियों में स्थापित करने के बाद चार लाख किलो से अधिक गीले कचरे को रिसाइकल किया जा सकेगा। अभी तक सौ सोसाइटियों से एक लाख किलो से अधिक गीले कचरे को रिसाइकल किया जा रहा है।
कूड़ा डालने के लिए आठ स्थान चिह्नित किए
शाहदरा दक्षिणी जोन में कचरा डालने के लिए आठ जगह चिह्नित की गई हैं। यहां से निगम कूड़े को निस्तारण के लिए भेजेगा। इन सभी साइटों की क्षमता एक दिन में कुल 500 मीट्रिक टन कूड़े के निस्तारण की है।