Chitragupta Puja Vidhi: चित्रगुप्त पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व, मंत्र और कथा यहां देखें

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Sachin Meena

चित्रगुप्त पूजा हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को यानि भाई दूज के दिन मनाई जाती है। इस बार प्रतिपदा तिथि और द्वितीया तिथि का संयोग होने के कारण 14 नवंबर 2023 को चित्रगुप्त पूजा और भाई दूज (Bhai Dooj 2023) के साथ गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2023), अन्नकूट पूजा (Annakut Puja 2023) और विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja 2023) का त्योहार भी मनाया जाएगा।

चित्रगुप्त पूजा को कलम दवात पूजा भी कहते हैं (Kalam Dawat Puja Kab Hai 2023)। क्योंकि इस दिन किताब, कलम, दवात और बहीखातों की पूजा की जाती है (Chitragupta Puja Mein Kya Likhte Hai)। साथ ही कई जगह इस दिन से नए बहीखातों की शुरूआत भी हो जाती है। पुराणों के अनुसार चित्रगुप्त पूजा से व्यक्ति को मृत्यु के बाद विष्णु लोक की प्राप्ति होती है। यहां जानिए चित्रगुप्त पूजा की विधि, शुभ मुहूर्त, मंत्र, कथा और आरती।




Chitragupta Puja Mantra (चित्रगुप्त पूजा मंत्र)

-मसिभाजनसंयुक्तं ध्यायेत्तं च महाबलम्।
लेखिनीपट्टिकाहस्तं चित्रगुप्तं नमाम्यहम्।।
-ॐ श्री चित्रगुप्ताय नमः

Chitragupta Puja Shubh Muhurat 2023 (चित्रगुप्त पूजा शुभ मुहूर्त 2023)

इस साल चित्रगुप्त पूजा 14 नवंबर 2023, मंगलवार के दिन की जाएगी। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से 3 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। द्वितीया तिथि 14 नवंबर की दोपहर 02:36 से 15 नवंबर की दोपहर 01:47 तक रहेगी।

Chitragupta Pujan Samagri (चित्र गुप्त पूजा सामग्री)

तिल, कपूर, पान, इंक, गंगा जल, धान, रुई, सुपाड़ी, शक्कर, पेन, पेपर, मिठाई, एक कपड़ा, शहर, पिली सरसों, धुप, दही, दूध, फल, पंचपात्र, गुलाल, तुलसी, रोली, केसर, माचिस, चन्दन पेस्ट।

Chitragupta Puja Vidhi In Hindi (चित्रगुप्त पूजा विधि)

  • प्रातः काल उठकर स्नान कर पूर्व दिशा में एक चौक बनाएं।
  • इस पर चित्रगुप्त भगवान की फोटो रखें। अगर फोटो न हो, तो एक कलश चित्रगुप्त जी का प्रतिक मानकर रखें।
  • फिर घी का दीपक जलाएं और चित्रगुप्त भगवान को फूल, रोली, हल्दी, चन्दन और मिष्ठान्न अर्पित करें।
  • साथ में चित्रगुप्त भगवान की प्रतिमा के सामने एक कलम भी रखें।
  • इसके बाद एक सफेद कागज पर हल्दी लगाएं और उसपर ‘श्री गणेशाय नमः’ लिखें।
  • फिर इसके नीचे एक तरफ अपना नाम, पता और तारीख लिखें और दूसरी तरफ अपने आय-व्यय का विवरण दें।
  • इसके साथ ही आने वाले साल के लिए आवश्यकता अनुसार धन के लिए निवेदन करें, फिर अपने हस्ताक्षर करें।
  • अब उस काग पर 11 बार ‘ॐ चित्रगुप्ताय नमः’ मंत्र लिखें।
  • साथ ही भगवान चित्रगुप्त से विद्या, बुद्धि और लेखन का आशीर्वाद मांगें।
  • भगवान को अर्पित की हुई कलम संभाल कर अपने पास रखें और पूरे साल उसका प्रयोग करें।

Who Is Chitragupta (कौन हैं चित्रगुप्त महाराज)

धार्मिक मान्यताओं अनुसार चित्रगुप्त जी का जन्म ब्रह्मा जी के चित्त से हुआ था। ये सभी लोगों के कर्मों का हिसाब किताब रखते हैं। चित्रगुप्त की पूजा मुख्य रूप से भाई दूज के दिन की जाती है। कहते हैं जो भी जातक सच्चे मन से इनकी पूजा करता है उसे लेखनी, वाणी, बुद्धि और विद्या का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

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