दिल्ली मेयर ने चांदनी चौक, निगमबोध घाट में नई स्वचालित मल्टीलेवल पार्किंग का शुभारंभ

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Sachin Meena

New Delhi :कार प‍ार्किंग की समस्‍या से निजाद दिलाने के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) लगातार प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में एमसीडी ने चांदनी चौक और निगमबोध घाट के पास चर्च मिशन रोड पर नई स्वचालित पार्किंग सुविधाओं को आंशिक रूप से चालू कर दिया है।

मेयर शैली ओबराय ने कहा चांदनी चौक क्षेत्र बिजनेस की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण स्‍थान है। इस छोटी सी जगह में 196 कारों के लिए पार्किंग के निर्माण से लोगों को काफी राहत मिलेगी और व्यापारियों, दुकानदारों और लोगों को इससे फायदा होगा।

दिल्‍ली एमसीडी मेयर ने बताया चर्च मिशन रोड पर सुविधा की कुल क्षमता 196 वाहनों की है, और 119 कारों को रखने की क्षमता है। 2,800 वर्ग मीटर क्षेत्र में विकसित पार्किंग प्रोजेक्‍ट के निर्माण में 3.47 करोड़ रुपये का खर्च आया है। उन्‍होंने बताया डेवलपर एक साल तक संचालन और रखरखाव का काम भी करेगा।

एमसीडी के अधिकारी के अनुसार ये स्वचालित मल्टीलेवल पार्किंग में 11 मॉड्यूल हैं जिनमें से प्रत्येक में 17 कारों को रखने की क्षमता है, और एक मॉड्यूल में नौ कारों की पार्किंग क्षमता है। प्रत्येक मॉड्यूल को चार स्तरों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक मॉड्यूल की ऊंचाई 8.7 मीटर है।

एमसीडी के अधिकारी ने बताया यह सुविधा पूरी तरही से स्‍वाचालित हे और ग्राउंड फ्लोर पर कार पार्क करने के बाद कोई मैन्युअल हस्तक्षेप नहीं होता है। प्रत्येक कार की पार्किंग करने का औसत पार्किंग समय 120 सेकंड है।

उन्‍होंने बताया यही पार्किंग एक स्वचालित प्रणाली है जो कारों को पार्क करने और दोबारा उसे पाने में एक पज़ल की तरह है। कमल्टी लेवल पज़ल पार्किंग सिस्टम उस स्थान पर अपनाया जाता है जहां कम जगह उपलब्ध होती है।

मेयर शैली ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) प्रशासन ने शास्त्री पार्क और राजेंद्र नगर सहित राजधानी के कई क्षेत्रों में 700 से 900 वाहनों के लिए जगह के साथ तीन नए पार्किंग स्थल विकसित कर रही है। इसके अलावा हम निगम बोध घाट पर 95 वाहनों के लिए एक बहु-स्तरीय कार पार्किंग खोलने जा रहे हैं। इसके शुरू होने से घाट पर अंतिम संस्कार के लिए आने वाले लोगों को राहत प्रदान करेगा।

मेयर ने बताया निगम बोध पार्किंग पिछले साल जुलाई में लगभग तैयार हो गई थी, जब यह यमुना की बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे शहर का सबसे बड़ा श्मशान घाट जलमग्न हो गया था।

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