राजभाषा सम्मान समारोह समापन आयोजित
न्यूज ऑनलाइन एसएम
सचिन मीणा
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय स्थित केदारनाथ साहनी सभागार आज हिन्दी सम्मान सप्ताह के समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर पार्षद एवम कांग्रेस दल की नेता नाजिया दानिश, अतिरिक्त आयुक्त अमित कुमार शर्मा,उपायुक्त( राजभाषा) बी पी भारद्वाज के साथ साथ अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।
इस मौके पर अतिरिक्त आयुक्त अमित कुमार शर्मा ने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है, जिसका सम्मान और प्रचार-प्रसार करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है और सभी लोगों को इसका अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। उन्होने कहा कि हिन्दी एक ऐसी भाषा है जो राष्ट्र की राजभाषा, संपर्क भाषा होने के साथ-साथ वैश्विक फलक पर भी अपनी उपयोगिता बना रही है।
साथ ही कहा कि हिन्दी केवल बोलचाल की भाषा ही नहीं अपितु कामकाज की भी भाषा होनी चाहिए। उन्होंने निगम कर्मचारियों से अपील की कि वे अपना प्रशासनिक कार्य हिन्दी माध्यम से करें। उन्होंने कहा कि राजभाषा सम्मान सप्ताह के दौरान ही नहीं बल्कि पूरे वर्ष हिन्दी भाषा में कार्य करें और दूसरों को भी हिन्दी भाषा में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा का ज्ञान होना प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य ही नहीं, अधिकार भी है।अतिरिक्त आयुक्त ने कहा कि भारत देश विविधताओं का देश है। यहाँ विभिन्न वर्गो, धर्मों, संस्कृतियों और भाषाओं के लोग एक साथ रहते हैं। उन्होंने कहा हिंदी को हमारी राष्ट्र भाषा होने के साथ साथ राजभाषा का भी दर्जा हासिल है और यह एक ऐसी भाषा है जो विविधताओं वाले देश को एकता के सूत्र में बांधती है।
उपायुक्त, राजभाषा, बी पी भारद्वाज ने कहा कि हिन्दी हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति, सभ्यताएं और संस्कार की संवांहिका है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की वैचारिक एवं सामाजिक एकता का आधार ही भाषा होती है। उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने सभी निगम कर्मचारियों को सरकारी काम काज में हिंदी भाषा का ज़्यादा से ज़्यादा प्रयोग करने की बात की।
हिन्दी सम्मान सप्ताह के दौरान कविता पाठ, टिप्पण लेखन, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी, कवि सम्मलेन आदि प्रतियोगिता आयोजित की गयी थी जिसमें उत्कृष्ट योगदान देने वाले कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिता में प्रथम विजेता को 4 हज़ार रुपये, द्वितीय विजेता को 3 हज़ार और तृतीय विजेता को 2 हज़ार रुपये देकर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को 800 रुपये का सहानुभूति पुरस्कार दिया गया।