जनता से दिल की बात, करुणानिधि परिवार पर अटैक…पहली जनसभा में विजय बोले- आपके लिए गोल्डन करियर छोड़ आया

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Sachin Meena

आखिरकार तमिल के सुपरस्टार विजय राजनीति के रंग में उतर चुके हैं. उन्होंने रविवार को अपनी पहली जनसभा में अपने समर्थकों को संबोधित किया. इस दौरान विजय ने कहा कि उन्होंने अपने सुनहरे फिल्मी करियर और बड़ी कमाई को छोड़कर जनता की सेवा के लिए राजनीति में कदम रखा है.

विजय ने इस सभा में साफ किया कि वह केवल अपने प्रशंसकों के समर्थन के साथ यहां हैं और उन्होंने अपनी पार्टी तमिझागा वेत्री कषगम (टीवीके) के एजेंडे और दृष्टिकोण पर के बारे में बताया, साथ ही उन्होंने करुणानिधि फैमिली पर भी निशाना साधा है.

 

पार्टी का झंडा फहराकर सभा की शुरुआत

 

विजय ने अपने पहले भाषण में राजनीति को सिनेमा नहीं बल्कि युद्ध का मैदान बताया. उन्होंने कहा कि राजनीति में टिके रहना केवल तभी संभव है जब इसे गंभीरता और थोड़े हास्य के साथ लिया जाए. विजय ने सभी स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और टीवीके का झंडा फहराकर सभा की शुरुआत की.

द्रविड़ राष्ट्रवाद पर फोकस

 

सैकड़ों समर्थकों की भीड़ के बीच विजय ने कहा कि उनकी पार्टी तमिल और द्रविड़ राष्ट्रवाद को एक-दूसरे के समान महत्व देती है. उन्होंने स्पष्ट किया कि टीवीके किसी भी जाति या धर्म तक सीमित नहीं रहेगी और समावेशी सामाजिक न्याय की विचारधारा पर कार्य करेगी. उनका कहना था कि “हर किसी को सब कुछ” टीवीके का लक्ष्य है, जो राज्य के नागरिकों के लिए एक समान अवसर और संसाधन प्रदान करने का प्रयास करेगा.

 

करुणानिधि के मॉडल को ‘जन-विरोधी’ बताया

 

अपने संबोधन में विजय ने द्रविड़ राजनीति पर कटाक्ष किया और करुणानिधि के मॉडल को ‘जन-विरोधी’ बताते हुए कहा कि इस मॉडल के नाम पर जनता को गुमराह किया जा रहा है. विजय का मानना है कि टीवीके एक नई दिशा में तमिलनाडु की राजनीति को लेकर चलेगी और अन्य पार्टियों को शामिल कर सहयोगी दलों के लिए सत्ता में हिस्सेदारी सुनिश्चित करेगी.

 

विजय ने महिलाओं को पार्टी की ‘वैचारिक मार्गदर्शक’ मानते हुए कहा कि केवल बातें नहीं बल्कि ठोस कार्य जरूरी हैं. उन्होंने कहा कि टीवीके में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे राजनीतिक नेतृत्व में महिलाओं को भी पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिले. विजय के इस बयान का समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया.

 

टीवीके के गठन के साथ ही विजय ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी उन सभी पार्टियों का विरोध करेगी जो अलगाववाद को बढ़ावा देती हैं या पेरियार और अन्ना की धरोहर का गलत उपयोग करती हैं. उनका कहना था कि टीवीके तमिलनाडु में प्रगतिशील बदलाव लाने की दिशा में काम करेगी, जिससे समाज के सभी वर्गों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सके.

 

राजनीति में एक नई शक्ति के रूप में टीवीके

 

विजय ने तमिलनाडु की राजनीति में एक नई शक्ति के रूप में टीवीके की भूमिका को रेखांकित किया. उन्होंने अपने प्रशंसकों और जनता के समर्थन पर भरोसा जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी किसी झूठे प्रचार से हारने वाली नहीं है. विजय का यह विश्वास था कि ‘टीवीके नाम की सेना’ झूठे प्रचार का मुकाबला करेगी और अपनी एकता से विपक्षी ताकतों का सामना करेगी.

 

संपूर्ण रूप में विजय ने अपने भाषण में तमिलनाडु के सभी नागरिकों के लिए एक समर्पित और सकारात्मक राजनीति की बात की. उनका कहना था कि टीवीके का उद्देश्य किसी पर व्यक्तिगत हमले करना नहीं, बल्कि राज्य के लोगों के हित में कार्य करना है. विजय की इस नई राजनीतिक यात्रा में उनका यह संकल्प था कि वे पीछे मुड़कर नहीं देखेंगे, बल्कि एक मजबूत और सामूहिक उद्देश्य के साथ आगे बढ़ेंगे.

 

 

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