महापौर अपने मनमाने तरीके से चला रही है सदन : राजा इक़वाल


न्यूज ऑनलाइन एसएम
सचिन मीणा
नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष राजा इक़बाल ने दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया। उन्होने कहा कि दिल्ली नगर निगम में काबिज़ आम आदमी पार्टी की महापौर मनमानी कर रही है और जनता के हितों से उनको कोई सरोबार नहीं है। दिल्ली नगर निगम में सदन की बैठक में आम आदमी पार्टी के तानाशाही रवैये के कारण हंगामा हुआ और जिसके चलते दिल्ली की महापौर ने नेता विपक्ष एवं तीन अन्य पार्षदों को 15 दिनों के दिये सदन की बैठक से ससपेंड कर दिया है।

*डी-सीलिंग और मंत्री सौरभ भारद्वाज की गिरफ्तारी की मांग पर बौखलाई महापौर, किए भाजपा के पार्षद सस्पेंड*

नेता विपक्ष ने बताया कि जब सदन की बैठक में उन्होंने मेयर ने पूछा कि सुप्रीम कोर्ट की जुड़िशल कमिटी ने सभी सील दुकानों को डी – सील करने के आदेश दिये थे तो उस आदेश के अनुसरण में अब तक कितने लोकल शॉपिंग काम्प्लेक्स को डी सील किया गया गया है। इस प्रश्न का मेयर के पास कोई उत्तर नहीं था। इसके अलावा जब नेता विपक्ष द्वारा सदन में दिल्ली सरकार द्वारा आम जनता को नकली दवाइयाँ देने का मामला सामने लाया और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज की गिरफ़्तारी की मांग की इससे मेयर साहिबा रुष्ट हो गई और बोखलाहट मे नेता विपक्ष को 15 दिनों के लिए ससपेंड कर दिया।

*आप पार्षद के पति द्वारा एक निगमकर्मी को बेरहमी से पीटा गया*

नेता विपक्ष ने बताया कि मेयर ने विपक्ष पर सदन की बैठक ना चलने देने के आरोप लगाया जोकि बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा सदन की बैठक में आम आदमी पार्टी की कोई रचनात्मक भूमिका नहीं रहती है। उनकी मंशा विपक्ष पर आरोपी लगाकर एजेंडा पास करवाने की ही रहती है।
इंद्रपुरी वार्ड में आप पार्षद के पति द्वारा एक निगमकर्मी को बेरहमी से पीटा गया जो बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। भारतीय जनता पार्टी इस गुंडई का विरोध करती है।

*अभी तक निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को नही दिया गया वेतन*

राजा इक़बाल ने कहा कि आज की तारीख तक भी निगम कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया गया है। आम आदमी पार्टी द्वारा झूठे दावे किये जाते है कि समय पर निगम कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है जोकि सफ़ेद झूठ से ज़्यादा कुछ नहीं है। बिना स्टैंडिंग कमेटी के एजेंडो को पास किया जा रहा है। ये सभी बातों से पता चलता है कि निगम की आम आदमी सरकार के तानाशाही है और जनता के हितों को भी ताक पर रखकर चलती है। भारतीय जनता पार्टी आम जनता की आवाज़ है और उनके हितों को हम सदन की बैठक में पुरज़ोर उठाते रहेंगे और यह हमारा राजनीतिक दायित्व है।
इक़बाल ने कहा कि निगम की बैठक नियम कायदों को ताक पर रखकर चलायी जा रही है जिसे किसी सूरत में सहन नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि सदन की बैठक में पिछले सदन की बैठक के मिनट तक कन्फर्म नहीं किये गए है, ये नियमों की अवहेलना का उदाहरण है। इसके अलावा सदन की बैठक में कोई शॉर्ट नोटिस और आधे घण्टे का प्रश्नावली निर्धारित नहीं थी जोकि सदन की कार्यवाही की धूरी होती है। उन्होने बताया कि मेयर ने सदन की बैठक के लिए हमारे दिये प्रश्नों को भी अस्वीकृत कर दिया।

*बिना एजेंडे के सदन की बैठक क्यों बुलाई गई*

नेता विपक्ष ने कहा कि स्वयं मेयर साहिबा को इस बात का ज्ञान नहीं था कि सदन की कार्यवाही किस दिशा में होनी है तो बिना एजेंडे के सदन की बैठक क्यों बुलाई गई। उन्होंने कहा कि स्वयं उनको शोक प्रस्ताव पढ़ने से रोका गया जोकि आम आदमी पार्टी की असंवेदनशीलता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि जनता के हितों और उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में राजनीति नहीं होनी चाहिए।

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