सावन सोमवार व्रत की पूजा कैसे करते हैं, जानते हैं

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Sachin Meena

(सावन सोमवार पूजा विधि): सावन महीने में धरती की बागडोर भगवान शिव के हाथ में होती है। ऐसे में जो कोई भी भक्त सच्चे मन से महादेव की पूजा-अर्चना करता है उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।

सावन में वैसे तो कई व्रत-त्योहार पड़ते हैं लेकिन सभी में सावन सोमवार व्रत का सबसे ज्यादा महत्व माना जाता है। लेकिन क्या आप सावन सोमवार व्रत की पूजा विधि के बारे में जानते हैं? तो चलिए जान लेते हैं सावन सोमवार व्रत की पूजा कैसे करते हैं।

सावन सोमवार पूजा विधि (Sawan Somwar Puja Vidhi In Hindi)

सावन सोमवार व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इसके बाद साफ वस्त्र धारण करें।

फिर शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें।

इसके बाद भगवान को बेलपत्र, धतूरा, गंगाजल, शमी के पत्ते, भांग, फूल चढ़ाएं।

शिव को चंदन का टीका लगाएं।

फिर घी-शक्कर, घी या मिठाई का भोग लगायें।

शाम में फिर से शिव जी की विधि विधान पूजा करें। इस समय सावन सोमवार व्रत की कथा भी सुनें।

अंत में शिव जी की आरती उतारें और भोग लगाकर प्रसाद सभी में बांट दें।

सावन सोमवार व्रत में महा मृत्युंजय मंत्र व ॐ नमः शिवाय का जप पूरे दिन करते रहें।

यह व्रत सूर्योदय से सूर्यास्त तक रखा जाता है।

सावन सोमवार पूजा मुहूर्त 2024 (Sawan Somwar Puja Muhurat 2024)

सावन सोमवार व्रत की पूजा के लिए प्रदोष काल का समय सबसे शुभ माना जाता है। प्रदोष काल सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले शुरू हो जाता है और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक रहता है।

सावन सोमवार पूजा में इन बातों का रखें ध्यान

सावन सोमवार व्रत में केतकी के फूलों और तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। भगवान शिव को नारियल पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा शिव जी को हल्दी या कुमकुम का तिलक नहीं लगाना चाहिए।

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