58,000 पेंशनधारियों को पेंशन दे महापौर : राजा इकबाल सिंह
न्यूज ऑनलाइन एसएम
सचिन मीणा
नई दिल्ली।
दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इक़बाल सिंह ने मंगलवार को महापौर डॉ शैली ओबरॉय द्वारा आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में समय पर कर्मचारियों को वेतन दिए जाने के संबंध में दिए गए बयान का खंडन करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी को सिर्फ़ दिखावा करना आता है। उन्होंने बताया कि दिल्ली नगर निगम के 58,000 पेंशनधारकों को पेंशन क्यों नहीं दी गई, इसका भी जवाब दे महापौर। उन्होंने बताया कि दिल्ली नगर निगम से जो भी कर्मचारी व अधिकारी सेवानिवृत्त होते हैं उन्हें उनकी सेवानिवृत्ति पर मात्र लिव इन कैशमेंट दिया जाता है। सेवानिवृत्त कर्मचारी अपने बकाया जैसे की जीपीएफ व अन्य के लिए निगम मुख्यालय का लगातार चक्कर लगाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि अब तो दिल्ली में डबल इंजन की सरकार है फिर भी कर्मचारियों का बकाया क्यों नहीं दिया जा रहा है।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार से जो फंड शिक्षा मत में आया था उसको आम आदमी पार्टी की महापौर ने वेतन देने के लिए डायवर्ट कर दिया था ऐसे में शिक्षा पर होने वाले व्यय व शिक्षा व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यदि स्थायी समिति के चुनाव समय पर वह होते तो शिक्षा मद में आए फंड को इस तरफ़ डायवर्ट नहीं किया जा सकता था। अब निगम के विद्यालयों का विकास नहीं होगा, निगम विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को समय पर सुविधाएँ नहीं मिलेंगी क्योंकि आम आदमी पार्टी के महापौर ने शिक्षा मद में आए फंड को वेतन देने में विस्तृत कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी सदस्य झूठ की राजनीति करती है और ये लोग झूठ बनने में एक्सपोर्ट हो चुके हैं। महापौर दिल्ली सरकार से दिल्ली नगर निगम के चौथे वित् आयोग का बकाया जारी करवाए ताकि निगम के सभी देनदारियों को पूर्णता ख़त्म किया जा सके। उन्होंने बताया कि जब निगम में भाजपा की सरकार थी तब तो केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने निगम को कभी भी फंड समय पर जारी नहीं किया मगर अब निगम में भी केजरीवाल की सरकार है तो ऐसे में दिल्ली सरकार को निगम का बकाया फंड जल्द से जल्द जारी करना चाहिए। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी केवल दिल्ली के नागरिकों पर टैक्स का बोझ बढ़ाकर उनका खून चूस रही है। आम आदमी पार्टी ने पहले संपत्ति कर की दरों को बढ़ाया फिर ट्रांसफर ड्यूटी में 1 % बढ़ाया जिसके कारण लोगों पर 1000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ा है।
साथ ही बताया कि डीबीसी कर्मचारियों को लेकर भी जाते हैं आम आदमी पार्टी सिर्फ़ और सिर्फ़ राजनीति कर रही है। उन्होंने बताया कि जब भारतीय जनता पार्टी निगम में शासित थी तब उन्होंने डीबीसी कर्मचारियों को पक्का करने के लिए दिल्ली सरकार को प्रस्ताव पारित करके भेजा था मगर दिल्ली सरकार ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी डीबीस कर्मचारियों की माँगो को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए ताकि दिल्ली को डेंगू मलेरिया व चिकनगुनिया की गंभीर बीमारी से बचाया जा सके।