लोकसभा में पास हुआ दिल्ली सेवा बिल, विपक्षी संसदों ने किया वॉकआउट
न्यूज़ ऑनलाइन एसएम
सचिन मीणा
नई दिल्ली
लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल (Delhi Service Bill) पास हो गया है। इसको लेकर हुए वोटिंग में ‘INDIA’ गठबंधन के सांसदों ने सदन से वॉकआउट किया। लोकसभा में बिल को लेकर वोटिंग के दौरान जब स्पीकर ओम बिरला बोल रहे थे, तब लोकसभा में आप पार्टी के एक मात्र सांसद सुशील कुमार रिंकू ने पर्चा फाड़कर आसन की तरफ फेंका।इस बिल को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में कहा था कि दिल्ली अध्यादेश का मुद्दा साल 1993 से है, लेकिन कभी केंद्र और राज्य सरकार के बीच में टकराव नहीं हुआ। केंद्र में कभी भाजपा की सरकार रही, तो दिल्ली में कांग्रेस की सरकार रही। कभी केंद्र में कांग्रेस रही तो दिल्ली में भाजपा रही, लेकिन कभी झगड़ा नहीं हुआ। फिर साल 2015 में दिल्ली में एक ऐसी पार्टी सत्ता में आई, जिसका मकसद सेवा करना नहीं, सिर्फ लड़ना था। केजरीवाल अत्यंत ही झगड़ालु स्वभाव के हैं। इन्हें ट्रांसफर-पोस्टिंग करने का अधिकार हासिल करना नहीं, बल्कि अपना शीश महल बनाने जैसे भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए सतर्कता विभाग पर कब्जा करना है।
राज्यसभा में सोमवार को होगा पेश
लोकसभा में गुरुवार को इस दिल्ली सेवा बिल को पास कर दिया है। अब सोमवार को इसे राज्यसभा में पेश किया जाएगा। वहीं, बीजेपी के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं था, ऐसे में केजरीवाल को उम्मीद थी कि राज्यसभा में इस बिल के खिलाफ उनकी जीत हो सकती है, लेकिन ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी ने बीते मंगलवार यानी 1 अगस्त को जब इस बिल को लोकसभा में पेश किया गया, एनडीए को अपना समर्थन कर दिया।
बता दें कि लोकसभा में बीजेडी के पास 12 सांसद हैं, जबकि राज्यसभा में उसके पास कुल 9 सांसद हैं। ऐसे में लोकसभा में तो यह बिल पास हो गया, लेकिन राज्यसभा में बीजेपी के पास बहुमत नहीं होने के कारण पेंच फंस सकता था, लेकिन अब बीजेडी ने एनडीए को लोकसभा में समर्थन कर केजरीवाल का सारा गणित ही बिगाड़ दिया है। बीजेडी ने लोकसभा में एनडीए का समर्थन किया इससे साफ है कि वह राज्यसभा में भी उनका समर्थन करेगी। ऐसे में एनडीए के लिए राज्यसभा में भी अध्यादेश संबंधित बिल पास कराने का रास्ता साफ हो गया है।