5 लाख रुपए न देने पर आप पार्षद के पति ने जेई को पीटा
न्यूज ऑनलाइन एसएम
सचिन मीणा
नई दिल्ली : पारदर्शिता का दम भरकर दिल्ली नगर निगम की सत्ता में आई आम आदमी पार्टी के पार्षदों के भ्रष्टाचार के कच्चे चिट्ठे खुलने लगे हैं। आप की एक निगम पार्षद के द्वारा निगम के इंजीनियरों पर दबाव बनाकर पैसे मांगने का एक और मामला सामने आया है।
बताया जा रहा है कि यह मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया था, परंतु बाद में जेई पर दबाव बनाकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।
एक निगम अधिकारी ने बताया कि इंद्रपुरी वार्ड से निगम पार्षद ज्योति गौतम और उनके पति भवन विभाग के एक इंजीनियर से लंबे समय से पैसों की मांग करते आ रहे थे, परंतु जेई लगातार टालता आ रहा था। इसके बाद दोनों ने जोन के वरिष्ठ अधिकारियों से जेई के ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसके पश्चात जेई ने बातचीत के लिए निगम के स्टोर पर पार्षदा और उनके पति को बुला लिया।
अधिकारी के मुताबिक निगम के स्टोर पर आप पार्षदा ने जेई से 5 लाख रूपये की मांग की, जब जेई ने मना किया तो उसके साथ हाथापाई भी की गई, इसके बाद जेई भागकर इंद्रपुरी थाने पहुंच गया और वहां जाकर पार्षदा ज्योति और उनके पति की शिकायत कर दी। ऐसे में इंद्रपुरी पुलिस ने पार्षदा और उनके पति को थाने बुला लिया। पुलिस थाने में देर रात तक दोनों पक्षों में खींचतान चलती रही। बाद में जेई के ऊपर दबाव बनाकर उसे शिकायत नहीं करने के लिए मजबूर कर दिया गया।
*भ्रष्टाचार के मामलों में बीजेपी ने निकाल दिये थे अपने कई पार्षद*
इसी तरह के भ्रष्टाचार के आरोप सामने आने पर भारतीय जनता पार्टी ने 2017 से 2022 के दौरान अपने 6 पार्षदों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उस समय बीजेपी पार्षदों के ऊपर उगाही के आरोप लगे थे, पार्टी ने उन पार्षदों के खिलाफ जांच की थी और आरोपों में सच्चाई पाये जाने पर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया था।
*भाजपा ने की भ्रष्टाचार के जांच की मांग*
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय को पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी पार्षदों के दुराचार की ओर ध्यान दिलाते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि कल 27 दिसंबर की शाम इंद्रपुरी से आम आदमी पार्टी पार्षद ज्योति गौतम एवं उनके पति ने क्षेत्रीय भवन विभाग के जूनियर इंजीनियर से पैसे की मांग को लेकर मारपीट की, जिसके बाद मामला इंद्रपुरी थाने पहुंचा जहां देर रात दोनों के बीच समझौता हुआ।