आखिर क्यों अरविंद केजरीवाल को पत्नी से नहीं मिलने दिया ? सामने आई ये बड़ी वजह

News Online SM

Sachin Meena

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद हैं. उनकी जमानत के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं. इस बीच उनके परिवार के लोग उनसे मिलने के लिए लगातार जेल पहुंच रहे हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने जेल अधिकारियों पर आरोप लगाया है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संजय सिंह ने जेल प्रशासन पर अपना गुस्सा निकाला और उनपर अरविंद केजरीवाल के साथ अमानवीय और कैदियों जैसा व्यवहार करने, उन्हें अपमानित करने और उनके परिवार से न मिलने देने का आरोप लगाया.

पत्नी को खिड़की से दर्शन की इजाजत दी गई
संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की पत्नी ने उनसे मिलने के लिए आवेदन किया था, लेकिन उन्हें बताया गया कि वह उनसे आमने-सामने नहीं, बल्कि खिड़की के जरिए मिल सकती हैं. काफी कहने के बाद भी दोनों पति-पत्नी को एक साथ नहीं बैठने दिया गया. आखिर ऐसा अमानवीय व्यवहार क्यों… यह अमानवीय कृत्य किया गया है.

संजय सिंह ने दावा किया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल को अपमानित और हतोत्साहित करने की कोशिश की जा रही है. यहां तक कि सबसे खूंखार अपराधियों को भी बैरक में अपने रिश्तेदारों से मिलने की इजाजत है, लेकिन दिल्ली के 3 बार के मुख्यमंत्री को अपनी पत्नी से खिड़की के जरिए मिलना पड़ता है। इसे मुख्यमंत्री का अपमान नहीं कहा जायेगा तो क्या कहा जायेगा?

खिड़की से भी मिलेंगे केजरीवाल-भगवंत
संजय सिंह ने दावा किया कि तिहाड़ जेल प्रशासन बीजेपी के इशारे पर चल रहा है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उनसे मिलना चाहते हैं, लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिखावा कर दिया है. पहले मिलने की इजाजत दी गई, फिर सुरक्षा कारणों का हवाला देकर मौके पर मुलाकात नहीं की गई. यदि लिखित आवेदन दिया गया है तो बैठक कर विचार किया जा रहा है कि मिलने दिया जाये या नहीं.

15 अप्रैल को दोपहर 12 बजे केजरीवाल और भगवंत मान के बीच मुलाकात तय हो गई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक ये मुलाकात भी विंडो के जरिए होगी. अधिकारियों को याद रखना चाहिए कि वे दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं, अपराधी नहीं। कानून का इस तरह से मजाक बनाना जनता के रक्षकों को शोभा नहीं देता. केजरीवाल के साथ ऐसा व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’

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