दिल्ली में बारिश ने बढ़ाया सियासी तापमान, विपक्ष ने सिर पर उठाया आसमान, सरकार पर आरोपों की बौछार

न्यूज़ ऑनलाइन एसएम. सचिन मीणा. नई दिल्ली

बारिश ने विपक्षी राजनीतिक पार्टियों को सरकार को घेरने का खूब मौका दिया है। सोशल मीडिया पर भी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में जगह-जगह जलभराव को लेकर जहां कांग्रेस और भाजपा ने सरकार पर आरोप मढ़ा है, वहीं जलभराव के वीडियो और फोटो भेजकर आम लोगों ने भी सरकारी तंत्र को कटघरे में खड़ा किया है।कांग्रेस ने चुटकी लेते हुए कहा कि दिल्ली को झीलों का शहर बनाने वाले मुख्यमंत्री केजरीवाल का सपना पूरा हुआ। पहली बारिश में गलियां, सड़कों सहित पूरी दिल्ली झील बन गई। वहीं भाजपा ने कहा कि सामान्य जन जीवन जलजमाव से ठप हो गया, क्योंकि प्रदेश सरकार की भ्रष्ट एमसीडी, डीजेबी और पीडब्ल्यूडी ने दिल्ली को विफल कर दिया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने आईटीओ के समीप पानी के जमाव का वीडियो साझा करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की विकास की लहरें पानी के रूप में बह रही हैं। आईटीओ जैसे इलाके में घंटों ट्रैफिक जाम हो गया है। जरा सी बारिश में कनॉट प्लेस का बुरा हाल है। वहीं मुख्यमंत्री दिल्ली को लंदन, पेरिस बनाने का सपना दिखा रहे हैं।

मानसून की पहली बारिश से हुए जलभराव ने मुख्यमंत्री के दिल्ली मॉडल की पोल खोल कर रख दी है। एक अन्य ने वीडियो जारी करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री का विकास तिलक ब्रिज अंडर पास पर चीख चीख कर बोल रहा है। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि पहली बारिश ने ही सरकार को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है। सामान्य जनजीवन ठप हो गया है। भ्रष्ट एमसीडी, दिल्ली जल बोर्ड, लोक निर्माण विभाग और बाढ़ विभाग में से किसी ने भी नालों की सफाई नहीं की। सभी 4 विभागों ने न केवल दिल्ली वासियों को निराश किया है, बल्कि नालों की सफाई के नाम पर सैकड़ों करोड़ रुपये की हेराफेरी भी की है। इस घोटाले में मेयर, पीडब्ल्यूडी मंत्री और डीजेबी मंत्री सहित मुख्यमंत्री की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए।

पटरियों पर पानी भरा, 51 लोकल और कई एक्सप्रेस ट्रेनें हुईं निरस्त
मूसलाधार बारिश के कारण विमान और ट्रेनों के संचालन पर भी असर पड़ा। दिल्ली के स्टेशनों से तो ट्रेनों का संचालन बुरी तरह प्रभावित रहा। 51 लोकल व कई एक्सप्रेस ट्रेनें निरस्त कर दी गईं। रेलवे यार्ड में पानी भरने और ट्रैक पर पानी के बहाव की वजह से ट्रेनों का संचालन सब्जी मंडी, पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली से ठप हो गया। देर रात तक मशक्कत कर किसी तरह कुछ ट्रेनें तो चलाई गईं, लेकिन पानी का बहाव कम नहीं होने से चंडीगढ़ शताब्दी, अमृतसर शताब्दी समेत कई ट्रेनों का संचालन घंटों तक प्रभावित रहा। कई ट्रेनें स्टेशन के आउटर पर ही रोक दी गईं। इससे यात्रियों को अन्य संसाधन का इस्तेमाल करना पड़ा। सबसे बुरा हाल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन स्थित मेंटनेंस यार्ड का रहा। यहां लोगों के घुटने तक पानी भरने से पटरियां दिख नहीं रहीं थीं। सुबह 11 बजे एक मालगाड़ी को प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ही रोक दिया गया।

ये ट्रेनें प्रभावित
तेजस, राजधानी, शताब्दी की रफ्तार थम गई। नई दिल्ली-चेन्नई, तेलंगाना एक्सप्रेस, दिल्ली-मुंबई तेजस राजधानी, अमृतसर शताब्दी, पश्चिम एक्सप्रेस, नई दिल्ली-राजेंद्र नगर तेजस समेत कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रेन की वास्तविक स्थिति का पता नहीं चलने से स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ जुट गई।

अस्पतालों में भी भरा पानी : कई अस्पतालों में भी पानी भरने मरीजों को परेशानी हुई। हालांकि, शनिवार होने से अस्पतालों में भीड़ कम रही। पानी टपकने की शिकायत तक मिली, जबकि कई कमरों में पानी भर गया। डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल की पुरानी इमारत के पास पार्किंग के पास काफी पानी जमा हो गया। इससे यहां ठहरने वाले तिमारदारों को दूसरी जगहों पर जाना पड़ा। साथ ही, अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर भी जलभराव की सूचना मिली। इसके अलावा सफदरजंग अस्पताल के कॉरिडोर में पानी भर गया।

दिल्ली एयरपोर्ट का भी बुरा हाल
आईजीआई एयरपोर्ट पर 25 से अधिक घरेलू विमान 15 से 30 मिनट तक देरी से संचालित हुए। दिल्ली के स्टेशनों से संचालित होने वाली ट्रेनों पर भी बारिश का असर दिखा। अलर्ट मोड में विमानों की आवाजाही कराई गई। सावधानी के साथ रनवे पर विमान उतारने और उड़ाने के निर्देश दिए गए। तेज बारिश के वक्त विमानों की आवाजाही काफी धीमी गति से हुई। विमानों की लेटलतीफी की वजह से यात्रियों को परेशान होना पड़ा।

मिंटो ब्रिज अंडरपास व प्रगति मैदान टनल बंद
दोपहर बाद मिंटो ब्रिज व प्रगति मैदान टनल को बंद करना पड़ा। पीडब्ल्यूडी की पंपिंग सेट से जलनिकासी की व्यवस्था फेल हो गई। यहां के ट्रैफिक को दूसरे रास्तों पर डायवर्ट कर दिया गया। इससे नजदीकी सड़कों पर लंबा जाम लगा। इस दौरान वाहन रेंगते हुए आगे बढ़ रहे थे। सबसे बुरी हालत बाइक सवारों की थी। दूसरी तरफ एमसीडी, ट्रैफिक पुलिस, एनडीएमसी समेत दूसरी जलभराव व पेड़ गिरने की सूचनाएं मिलीं।

ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल रूम के मुताबिक काॅल आने के तुरंत बाद ही एजेंसियों के साथ तालमेल बिठाकर जल निकासी कराने और पेड़ों को सड़कों से हटवाने का काम शुरू कर दिया गया था। नई दिल्ली इलाके में अमृता शेरगिल मार्ग, जंतर मंतर रोड, चंगदी राम अखाड़ा, डीडीयू मार्ग, ईस्ट पटेल नगर और धीरपुर मेन रोड पर पेड़ गिरे थे, जिन्हें देर शाम तक हटाने का काम किया गया। वहीं, लाजपत नगर में सन लाइट कॉलोनी, द्वारका में राजा कॉलोनी, पंजाबी बाग में भारत दर्शन पार्क के सामने, शादीपुर मेट्रो स्टेशन और बूटा सिंह स्ट्रीट पर गड्ढे हो गए जिससे लोगों को काफी दिक्कत हुई।

यहां सड़कें बनीं तालाब
पांडव नगर अंडरपास, खिचड़ीपुर, ओखला अंडरपास, टीकरी बॉर्डर, एनएच-48 दिल्ली कैंट, भैरो मार्ग रेलवे पुल के नीचे, प्रगति मैदान गेट नंबर छह के सामने, प्रगति मैदान टनल, पुराना किला रोड, अधचिनी रेड लाइट अरविंदो मार्ग, आश्रम-महारानी बाग रोड पर सीएनजी स्टेशन के सामने, सन डायल पार्क रिंग रोड, निजामुद्दीन, सरिता विहार, कमल अता तुर्क मार्ग, बग्गा लिंक, तिमारपुर थाने के सामने, तीन मूर्ति, मयूर विहार फेज-2, निगम बोध घाट, भारत दर्शन पार्क, पंचशील मार्ग सन मार्टिन रेड लाइट, आजाद मार्केट अंडरपास, चाणक्यपुरी, मुनिरका आउटर रिंग रोड, नजफगढ़ फिरनी रोड, राजधानी पार्क मेट्रो स्टेन के नीचे, आईजीआई स्टेडियम रोड नंबर 22, विकास मार्ग आईपी फ्लाईओवर के नीचे, आर्मी बैटल ऑनर मेस के सामने, एम्स फ्लाईओवर के नीचे आदि जगहों पर जलभराव हो गया।

जर्जर फ्लैट की छत गिरी, बुजुर्ग महिला की मौत
करोल बाग स्थित देशबंधु गुप्ता रोड इलाके में शनिवार को बारिश के दौरान जर्जर फ्लैट की छत गिर गई। हादसे में रंजीत कौर (60) की मौत हो गई। दूसरे कमरे में होने से पति बाल-बाल बच गए। पुलिस के मुताबिक, हादसा दोपहर 1:30 बजे देशबंधु गुप्ता रोड स्थित तिबिया कॉलेज में हुआ। यहां परिसर में कॉलेज के अलावा कर्मचारियों के रहने के लिए क्वार्टर बने हुए हैं। कॉलेज की इमारत 100 साल से अधिक पुरानी है। यहां बने कई क्वार्टर जर्जर हालत में है।

प्रशासन के कहने के बाद भी लोग इन्हें खाली नहीं कर रहे। रंजीत भी कॉलेज परिसर में बने एक फ्लैट की दूसरी मंजिल पर रहती थीं। परिवार में पति ज्ञान सिंह (65) हैं। फ्लैट काफी जर्जर हालत में था। शनिवार दोपहर बारिश के दौरान एक कमरे की छत गिर गई। इससे मलबे में दबकर रंजीत बुरी तरह जख्मी हो गईं। पुलिस ने उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जहां रंजीत को मृत घोषित कर दिया गया।

फिलहाल पुलिस रंजीत कौर के पति ज्ञान सिंह से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है। दीवार गिरी, वाहन क्षतिग्रस्त : ईस्ट ऑफ कैलाश के झारिया-मरिया स्कूल की दीवार शनिवार दोपहर बारिश के कारण गिर गई। हादसे में काइ्र हताहत नहीं हुआ, लेकिन पांच बाइक व कुछ साइकिल मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त हो गईं।

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